galler-img
कई बार गौमाता प्रसव पीड़ा में कई घंटो तक आधा बच्चा बाहर है और आधा अंदर होता है, तब गौमाता इधर-उधर मदद के लिये भटकती है ! यह बहुत दयनीय स्थिति होती है | गौमाता को कोई अन्न , जल नहीं मिल रहा है और वह डिलीवरी के लिये भागती रहती है भूख और तरस के मारे थक कर वह बैठ जाती है | ऐसी स्थिति में कुत्ते आधे बच्चे को नोंच खाते है !!! जी हाँ हम जीस माँ का दूध बचपन से जीवन की अंतिम साँस तक रोज लेते है चाय , चॉकलेट , बिस्कुट, आइस क्रीम , पनीर , मिठाई , प्रसाद , दूध के रूप में हर दिन खाते है पर देखते नहीं मेरी यह माँ कीस हालात में है ? उसे देखने मात्र से आप के हदय में शुद्ध दया , करुणा का भाव प्रकट होगा क्युकी यह विश्व की माता है – गावो विश्वस्य मातर : || कभी बच्चा अंदर ही मर जाता है | और कई घंटों तक बच्चा बाहर आया ही नहीं है ! कई बार गर्भाशय बहार आ जाने से गौमाता को इन्फेक्शन हो जाने से अति दयनीय स्थिति में भूख तरस से तड़पती हुई बैठीं रहती है | ऐसी कोई भी स्थिति में आप हमें तुरंत कॉल करे | हम गौमाता को बचा लेंगे सँभाल लेंगे ठीक कर सकते है |